Gayatri Mantra - गायत्री मंत्र - जानिए गायत्री मंत्र का प्रभाव

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Gayatri-Mantra

Gayatri Mantra
गायत्री मंत्र

गायत्री मंत्र (वेद ग्रंथ की माता) को हिन्दू धर्म में सबसे उत्तम मंत्र माना जाता है। गायत्री मंत्र में तीन पहलूओं क वर्णं है-स्त्रोत, ध्यान और प्रार्थना। गायत्री देवी, वह जो पंचमुख़ी है, हमारी पांच इंद्रियों और प्राणों की देवी मानी जाती है ।

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ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥

 भावार्थ :

ॐ के उच्चारण में ही तीनो शक्तियों का समावेश हैं । हे माँ भगवती जिसने सभी शक्तियों का सर्जन किया ऐसी प्राणदायिनी, दुःख हरणी, सुख करणी, समस्त रोगों का निवारण करने वाली, प्रज्ञावान माँ भगवती जो सभी देवों की देवी हैं उसकी में उपासना करती हूँ जिसने मुझे संरक्षण दिया और सभी प्रकार के ज्ञान से समृद्ध बनाया ।


जानिए गायत्री मंत्र का प्रभाव  |  Gayatri Mantra ka Prabhav

ज्योतिषशास्त्र में इस मंत्र को सही समय और नियमपूर्वक करने के कई फायदे बताए गए हैं तो आइए जानते हैं विस्तार में 

गायत्री मंत्र जप का समय |  Gayatri Mantra ka Samay

ज्योतिषशास्त्र में गायत्री मंत्र जप के लिए तीन समय बताए गए हैं इनमें इसमें गायत्री मंत्र के जप का पहला समय सुबह का है सूर्य उदय से थोड़ी देर पहले मंत्र जप शुरू किया जाना चाहिए जब सूर्य उदय के बाद तक करना चाहिए मंत्र जप कर दूसरा समय दोपहर का है दोपहर में भी भी इस मंत्र का जप किया जाता है मंत्र जप का तीसरा समय शाम को सूर्यास्त से कुछ देर पहले का है सूर्यास्त से पहले मंत्र जप शुरू करके सूर्यास्त के कुछ देर बाद तक जप करना चाहिए 

मंत्र जप के लिए इनका रखें ध्यान |  Gayatri Mantra ke liye inka dhyan rakhe

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि संध्या काल के अतिरिक्त गायत्री मंत्र का जप करना हो तो ऐसे में मौन रखकर या मानसिक रूप से मंत्र जप करना चाहिए, ध्यान रहे थे कि इस प्रहार में मंत्र जप अधिक तेज आवाज में नहीं करना चाहिए इसके अलावा गायत्री मंत्र जप करने के हमेशा रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करना चाहिए। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए। ध्यान रखें कि घर के मंदिर में या किसी पवित्र स्थान पर गायत्री माता का ध्यान करते हुए मंत्र का जप करना चाहिए। 

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उत्साह में होती है विधि |  Gayatri Mantra se Positivity aati hai

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गायत्री मंत्र जप के कई फायदे बताए गए हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति गायत्री मंत्र का जप करता है उसके जीवन में उत्साह व सकारात्मकता में वृद्धि होती है इसके चलते वह खराब से खराब परिस्थिति से भी बाहर निकलने में कामयाबी हो जाता है। इसके अलावा व्यक्ति का मन, धर्म और सेवा कार्यों में मैं भी लगने लगता है। 

मिल जाती है विलक्षण शक्ति 

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गायत्री मंत्र जप करने और गायत्री मां की कृपा होती है उनके आशीर्वाद से व्यक्ति को पूर्वाभास होने लग जाता है साथ ही साथ उसके आशीर्वाद देने की शक्ति भी बढ़ जाती है। इसके अलावा ऐसे लोगों को सपना सिद्धि भी प्राप्त होती है मानता है कि इनके जीवन में आने वाली घटनाओं की सूचना सपने में ही इन्हें दे देते हैं। 

क्रोध शांत होता है |  Gayatri Mantra Se Gussa ka aata hai

किसी को कितना भी क्रोध आता हो ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गायत्री मंत्र जप करने से उसका क्रोध धीरे-धीरे कम होने लगता है इसके अलावा यह मंत्र कई तरह की व्याधियो से भी राहत दिलाता है।  मानता है कि गायत्री मंत्र के उच्चारण से रक्त का संचार सही तरह से होता है इससे बीमारियां से भी राहत मिलती है और चेहरे पर भी रौनक आती है इसके अलावा अस्थमा रोगियों के लिए भी इसका जब फायदेमंद होता है।  

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